लखीमपुर-खीरी। राम चरित मानस मे बाबा तुलसीदास ने एक दोहा लिखा है ‘‘जाकी
जैसी भवतव्यता तैसी मिलइ सहाय। आप न जावै ताहि पर, ताहि तहां लइ जाय।।‘‘
यह दोहा जनपद के थाना मितौली क्षेत्र के ग्राम अबगांवा में उस समय
चरितार्थ होते दिखा जब आठ वर्षीय सुमित की मौत ने उसे यमराज के रुप मे एक नर पिशाच
के पास भेज दिया जहां उस दरिन्दे ने नरबलि के नाम पर एक अबोध बालक की गला काटकर
हत्या कर दी। ज्ञात हो कि गत पाँच फरवरी को पिन्टू सिंह के खेत में पतावर काट रहे
मजदूर राम सागर तेली को आठ वर्षीय सुमित सिंह नास्ता देने खेत गया था।
देर शाम तक सुमित के घर वापस न आने पर परिजनों व ग्रामीणों ने सुमित की
काफी खोजबीन की थी लेकिन उसका कोई सुराग नही लगा था फिर दूसरे दिन मृतक का गला कटा
शव मृतक के पिता के खेत में मिला था। सुमित के सिर पर दो जगह बाल घुटे हुए पाए गए
थे किन्तु घटना स्थल पर खून का एक भी निशान नही पाया गया था। पुलिस अधीक्षक एस के
सिंह व पुलिस उपाधीक्षक मितौली नितेष कुमार सिंह द्वाराघटना स्थल का निरीक्षण किए
जाने के उपरान्त मितौली पुलिस को घटना के शीघ्र अनावरण किए जाने के निर्देश दिए गए
थे।
पुलिस ने भुक्त भोगी के ही खेत में काम कर रहे मजदूर रामसागर को ही
गिरफतार कर आरोपी के कब्जे से आलाकतल (लोहे की दराती) बरामद कर घटना का अनावरण
करते हुए आरोपी को जेल भेज दिया। ग्रामीणों के अनुसार आरोपी राम सागर कुछ दिन
पूर्व कही से तन्त्र मंत्र सीखने के बाद घर वापस लौटा था। राम सागर ने तांत्रिक
क्रिया के बल पर बडा आदमी बनने की चाहत में पिन्टू सिंह के इकलौते पुत्र सुमित को
नरबलि के नाम पर मौत के घाट उतार दिया। गृह स्वामी ने रो-रो कर बताया कि मुझे क्या
पता था कि उक्त युवक मेंरे पुत्र को ही बलिदान कर देगा।
गृह स्वामी ने उक्त आरोपी को एक
सौ पचास रूपए पर पतावर काटने का ठेका दिया था। गत दिवस पिन्टू सिंह अपने घर से गैस
सिलेन्डर लेने हरगांव गया हुआ था। उक्त दरिन्दे ने समय की नजाकत को भांपते हुए
पिन्टू सिंह की पत्नी को यह बताया कि उसने सुबह से कुछ खाया पिया नही है अब वह
उनके खेत मे पतावर काटने जा रहा है। पिन्टू सिंह की पत्नी ने अपने इकलौते पुत्र
सुमित को रामसागर को नाश्ता देने के लिएं दो पैकेट बिस्कुट व पान मसाले की पुड़िया
देकर सुमित को खेत पर भेजा, मां को क्या पता था कि वह अपने जिगर के टुकड़े को एक
ऐसे तांत्रिक हैवान के पास भेज रही है जो उसके घर का चिराग ही छीन लेगा।
आठ वर्षीय अबोध सुमित खिलौना खेलते हुए अपने घर से मजदूर को खेत पर नास्ता
देने गया वहाँ उसे तंत्र मंत्र के नाम पर कुर्बान होना पड़ा। यह घटना क्षेत्र में
चर्चा का विषय बनी हुई है। बताते चलें कि करीब बारह वर्ष पूर्व इसी प्रकार की एक
घटना इसी थाना क्षेत्र मे इस घटना स्थल से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित ग्राम
उसरी में हुयी थी जहां एक पांच वर्षीय बालक को तांत्रिक के इशारे पर एक ग्रामीण
महिला द्वारा नरबलि दिए जाने के नाम पर गला काटने का असफल प्रयास करते हुए बालक को
एक पयाल में छिपा दिया गया था किन्तु ग्रामीणों की सर्तकता के चलते पुलिस ने बच्चे
को घायलवस्था में बरामद कर घटना का मुकदमा पंजीकृत करके आरोपियों को जेल भेजा था।
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