वैशाली ने अपने आन्दोलन को बकाया भुगतान की मुहिम मे बदला





लखीमपुर-खीरी। कांग्रेस नेत्री वैशाली अली ने गन्ना मिलों द्वारा किसानों को गन्ना खरीद पर्चियां जारी करना शुरू करने के बाद आपने आन्दोलन को नया रूप देते हुए उसे गन्ना किसानांे की बकाया भुगतानों की मुहिम में बदल दिया है।

 अपनी इसी मुहिम के तहत वैशाली अली ने बिजुआ ब्लाक के गदियाना गांव जाकर इच्छा मृत्यु के लिए अर्जी देने वाले किसान बाबूराम व उनके परिजनों से मिली और गांव के अन्य पिछला बकाया वाले गन्ना किसानों की पिछली पर्चिंयां मंगाकर उनके बकाये की सूची भी तैयार करवाई। 4 एकड़ के जोतकार किसान बाबूराम ने कांग्रेस नेत्री को बताया कि उसका पिछले साल का 1 लाख 6 हजार रूपया गुलरिया चीनी मिल पर बकाया है और लगभग एक साल बीत जाने के बाद भी मिल प्रबंधन ने उसका भुगतान नहीं किया बाबूराम ने बताया कि इस साल भी अधिक बारिश के कारण उसकी फसल खराब हो गयी और उसे दो एकड़ बोया हुआ गन्ना जलाकर दूसरी फसल लगानी पड़ी।

उसने बताया कि भूमि विकास बैंक से उसने कर्जा लिया था गन्ना भुगतान न होने के कारण व कर्जा अदा नहीं कर सका और न ही प्रदेश सरकार की कर्ज माफी घोषणा के बाद उसका कर्जा माफ किया गया। इसी कारण उसने ’इच्छा मृत्यु‘ के लिए राज्यपाल सहित अन्य अधिकारियों को पत्र भेजा। कांग्रेस नेत्री वैशाली अली ने जिन बकायादारों की सूची बनायी है उनमें ऐसे किसान शामिल है जिनका 7 हजार से लेकर लाखों रूपयों तक गुलरिया चीनी मिल पर बकाया है।

किसानों से मिलने के बाद जारी अपने वक्तव्य में उन्हांेने कहा कि कंेद्र सरकार ने गन्ना किसानों को राहत पहुंचाने के लिए ही गन्ना मिल मालिकों को 7200 करोड़ रू बिना ब्याज के उपलब्ध कराया है उन्हांेने कहा कि मिल मालिकों को ये पैसा अपनी सुख सुविधाओं के लिए खर्च करने बजाए इस पैसे से किसानों के पिछले साल के गन्ना बकाये का भुगतान तुरन्त करना चाहिए। उन्हांेने कहा कि अगर एक हफ्ते के भीतर गन्ना मिलों ने गन्ना किसानों का पिछला बकाया भुगतान न किया तो जिले की सभी गन्ना मिलों पर धरना प्रर्दशन शुरू किया जाएगा जिन्होने किसानों का पिछला गन्ना बकाया भुगतान नहीं किया होगा।

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