नागरिको के प्रति उदासीन है नगर पालिका प्रशासन





हरदोई। शासन प्रशासन की नीतियों के तहत हर नगर पालिका परिषद में काजी हाउस बने हैं। जिनमें खुलेआम घूमने वाले जानवरों को बाडो में बन्द करने का जिम्मा नगर पालिका परिषद का होता है। परन्तु यहां नगर पालिका क्षेत्र सैकड़ो की संख्या में खतरनाक छुटटा साण्ड पालतू व गैर पालतू गाय, सुअर घूमते रहते हैं जो सड़क पर चलने वाले राहगीरों को घायल करने से लेकर जाम की स्थिति पैदा करने में आगे रहते हैं।

ज्ञात हो कि नगर पालिका प्रशासन छुटटा साण्डो दुधारू पषुओं षूगरों आदि को पकडकर काजी हाउसों और बाडो में बंद करने का कार्य करती है। जिस पर प्रतिदिन इन जानवरो के चाररों के नाम पर हजार रूप्ये आहरित किये जाते हैं। परन्तु यह धन आहरिदत करने के बावजूद नगर क्षेत्र में हजारो की संख्या में घूम रहे साण्ड, षूगर व पालतू व गैर पालतू गायों सहित भैंसे भी दस बजते ही आवारा पषुओं की तरह छोड दी जाती हें। जिससे षहर की सडकों पर गंदगी व साथ ही इनके कारण होने वाली दुर्घटनायें और राहगीरों को अपनी पूंछ से गंदे कपड़ों सहित आये दिन जाम व दुर्घटनायें बढ़ती जा रही हैं।

यही नहीं शहर में घूमने वाले साण्ड जो आये दिन गांयो को दौडाकर राहगीरों को चुटहिल कर देते हैं। ऐसे जानवरों यानि छुटटा साण्डों, गायों व सुअरांे तथा दूध डेरी संचालको की भैंसो को काजी हाउस व बाडों में बन्द कर देना चाहिए जिससे शहर की गंदगी व दुर्घटनों को रोका जा सके एवं बन्द जानवरों से जुर्माना वसूल कर राजस्व में बढोत्तरी की जा सके।



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