हरदोई।
प्रदेश सरकार
की मिड डे
मील योजना
जिला प्रशासन
की मिली भगत
के चलते भ्रष्टाचार
के दल दल
में समा
गयी हैं।
बच्चों को कभी
भरपेट अच्छा
भोजन नहीं
मिल पाता
जबकि शासनादेश
है कि हर
हफते में
मीनू के
अनुसार अच्छा
व साफ सुथरा
भोजन बच्चों
को खाने में
दिया जाये
लेकिन बच्चों
को सड़े गले
चावलो की
तहरी व
पानी जैसी
दाल घुन
कीडे आदि
युक्त मसाले
बच्चों को
पकवाकर खिलाया
जाता है।
रसोइयो को
जो भी सामान
ग्राम प्रधान
देते हैं
उन्हीं के
अनुसार खाना
बनाकर बच्चो
को दिया जाता
है। कुछ
बच्चे तो
खाना खाने
से मना भी
कर देते हैं।
बचा खाना
भरपेट प्रधानों
के पालतू जानवर
खाते हैं।
जनपद
में हजारो
ऐसे परिषदीय
विद्यालय भी
हैं जहां
मिड डे
मील पकता
ही नहीं है
और प्रधान उस
राशि को
डकार जाते
हैं। रसोइया
के गैस सिलेण्डरों
का उपयोग प्रधान
व हेड मास्टर
अपने घरों
पर निजी रूप
से कर रहे
हैं।
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