लखीमपुर-खीरी। जनपद की मोहम्मदी तहसील क्षेत्र मे दिलावरनगर क्षेत्र की कृषि
भूमि तथा खाली पडी वन भूमि के पट्टे क्षेत्रीय भूमिहीनों को किये जाने तथा दिलावरनगर
में बिहार व झारखण्ड एवं प्रदेश के नक्सलवादी क्षेत्र से नक्सलवादी मानसिकता व कृत्यों
वाले बाहरी लोगों के आतंक से मुक्ति एवं ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जे हटवाने के
सम्वन्ध में सामाजिक संस्था कौमी एकता कमेटी बरबर की ओर से मुख्यमंत्री को सम्वोधित
एक पांच सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी मोहम्मदी को सौंपा गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि बरबर कस्वे
के निकट दिलावरनगर क्षेत्र की सैकडों एकड भूमि पर बिहार, झारखण्ड एवं प्रदेश के गोरखपुर,
बलिया, चित्रकूट आदि जगहों से आकर नक्सलवादी मानसिकता के लोग आवाद हो गये है जिनको
राजस्व कर्मियों नें स्वार्थों के चलते पटटे भी कर दिये हैं। इन लोगों के क्षेत्र में
रहने से आपराधिक घटनाओं में वढोत्तरी हुई है तथा इन लोगों नें ग्रामीणों को जंगल से
जलौनी लकडी आदि लाने पर रोक लगा दी है।
जंगल में इन नकसलवादियों की मौजूदगी तथा इनका शस्त्रों को चलाने की इनकी विधा
तथा इनके द्वारा जान से मारने की धमकियों के चलते ग्रामीण खासे परेशान हैं। जब से यह
वाहरी तत्व यहां आवाद हुये है तव से वाहरी लोगों का क्षेत्र में आना जाना वढ गया है।
नेपाल सीमा से सटा क्षेत्र होनें के कारण भय है कि नक्सलवादी कहीं हमारे देश की सुरक्षा
के लिए खतरा न वन जायें। कौमी एकता कमेटी के माध्यम से ग्रामीणों नें मांग की है कि
इन अराजक तत्वों को वहां से हटाकर ग्रामीणों के पुरखों की भूमि के पटटे ग्रामीणों को
किये जायें।
ज्ञापन लेते हुए उपजिलाधिकारी सुल्तान अशरफ सिददीकी नें कहा कि उक्त लोग
1989 से पीलीभीत से यहां आकर वसे हैं तथा अराजकता फैलाने वाले 25 लोगों के विरूद्व
शान्ति भंग की कार्यवाही कर उन्हें जेल भेजा जा चुका है तथा 64 लोगों के विरूद्व गुण्डा
ऐक्ट लगाया जा चुका है। ज्ञापन पर दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर है।
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