गन्ने की शव यात्रा निकालकर वैशाली ने किया दाह संस्कार





लखीमपुर-खीरी। जनपद खीरी के ब्लाक फूलबेहड़ मे कांग्रेस नेत्री वैशाली अली और रामेन्द्र जनवार के नेतृत्व में आज फूलबेहड़ ब्लाक स्थित हरसिंहपुर ग्राम के सैकड़ों किसानों ने गन्ने की शव यात्रा निकाली और गांव के मुख्य तिराहे पर ले जाकर गन्ने का दाह संस्कार किया।

 विगत 10 दिनांे से गन्ना किसानों को वाजिब गन्ना मूल्य दिलाने, पिछला बकाया भुगतान करने तथा गन्ना मिलें तत्काल शुरू करवाये जाने की मांग को लेकर गांव-गांव में गन्ना यात्रा तथा गन्ना दहन कार्यक्रम को आज नया रूप देते हुए वैशाली अली ने गन्ने की शव यात्रा निकाली इस शव यात्रा में गांव की महिलाओं सहित सैकड़ों गन्ना किसानों व अन्य ग्रामीणों ने भागीदारी की। गन्ने की शव यात्रा ले जाते समय उसमें शामिल लोग ‘‘किसान नाम सत्य है-गन्ना छोड़ो मुक्ति है’’ के नारे लगाते हुए पूरे गांव का चक्कर लगाकर गांव के मुख्य मोड़ पर पहुंचे और वहां गन्ने के शव का सामूहिक रूप से दाह संस्कार किया गया।

गन्ने की शव यात्रा निकालने से पूर्व हरसिंहपुर गांव में एक जनसभा का भी आयोजन किया गया जिसको सम्बोधित करते हुए वैशाली अली ने कहा कि विगत 29 नवम्बर को गुलरिया मिल प्रबन्धन ने बस्तौली के मृतक किसान सत्यपाल को इंसाफ दिलाने की लड़ाई में जिस तरह से गोलियां चलायी, पत्थर फेंके तथा किसानों पर पानी की बौछारे चलाई उसे संज्ञान में लेते हुए प्रशासन को मिल प्रबन्धन के खिलाफ तत्काल एफ आई आर दर्ज करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार तथा प्रशासन पूरी तरह शुगर लाबी के दबाव में है और लगातार गन्ना मिलें चलाये जाने की फर्जी घोषणायें की जा रही है जबकि अभी तक गन्ना मिलों ने किसानों को गन्ना आपूर्ति की पर्चियां जारी करना शुरू नहीं किया है।

 कांग्रेस नेत्री ने कहा कि चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र मंे समाजवादी पार्टी ने किसानों को गन्ना मूल्य 400 रू प्रति कुन्तल देने की घोषणा की थी लेकिन गन्ना फसल बेचंे जाने के समय वायदा खिलाफी करते हुए गन्ने का मूल्य मात्र 180 रू कुन्तल घोषित किया गया। जबकि गन्ना मिल मालिकों के दबाव में प्रदेश सरकार इस पर भी तैयार हो गई कि किसानों को पहले 260 रू का ही भुगतान किया जायेगा बाकी पैसा किसानों को बाद में दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जब मिलों पर अभी सैकड़ों करोड़ रूपया पिछला भुगतान बकाया है तो इस बार का रोका गया पैसा वह कब भुगतान करेंगें, इसका अन्दाजा लगाया जा सकता है। किसान नेता रामेन्द्र जनवार ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब तक गन्ना मिले किसानों को पर्चियां भेजना शुरू नही करती तब तक गन्ना किसान आन्दोलन जारी रहेगा।

उन्हांेने कहा कि पर्चियां मिलने के बाद भी किसान को तीन दिन के बाद तक गन्ना भेजने का मौका दिया जाता है और जब अभी तक पर्चियां ही नही भेजी जा रही है तो इस हफ्ते गन्ना मिलें पेराई सत्र कैसे शुरू करेंगी। यह प्रदेश सरकार या जिला प्रशासन ही बता सकता है। आज वैशाली द्वारा आयोजित गन्ना शव यात्रा में प्रमुख किसान सोनू सिंह, गंगाराम, रामसागर, कौशल किशोर, छोटेलाल, पूरन भार्गव, अनिल कुमार, गया प्रसाद, पूरनलाल तथा सोने लाल सहित दर्जनों महिलाओं ने भी हिस्सेदारी की और गन्ना शव यात्रा में कन्धा देने का काम भी वैशाली अली सहित गांव की महिलाओं ने किया।

कार्यक्रम के बाद वैशाली अली ने कहा कि भाजपा और सपा सहित कुछ अन्य पार्टियां बस्तौली में किसान सत्यपाल द्वारा की गयी आत्म हत्या के बाद घटना का इस्तेमाल राजनीतिक स्वार्थो की पूर्ति के लिए कर रहे है। उन्होंने कहा कि किसान अपनी लड़ाई लड़ पाने में खुद सक्षम है और उन्हें इन स्वार्थी राजनीतिक दलों और सफेद पोश नेताओं की कोई जरूरत नहीं है।

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