लखीमपुर-खीरी। कांग्रेस नेत्री वैशाली अली ने कहा है कि बस्तौली गांव के किसान
सत्यपाल द्वारा कि गई आत्महत्या पर अब कुछ दल और उनके नेता राजनीतिक रोटियां सेंकने
की कोशिश कर रहे है जो उन्हें नहीं करना चाहिए।
वैशाली अली आज फूलबेहड़ ब्लाक के परसेहरी कलां गांव में किसानों की सभा को सम्बोधित
कर रही थी। उन्हांेने कहा कि गुलरिया मिल द्वारा पिछला भुगतान न किए जाने व कर्जदारी
से त्रस्त सत्यपाल ने जब आत्महत्या की और उसके परिजनों को न्याय दिलाने के लिए गुलरिया
मिल पर धरना प्रर्दशन और मिल कर्मियों द्वारा गोली, पत्थर पानी की बौछार के दौरान जो
नेता दिखाई नहीं दिए आज उसकी मौत के चार दिन के बाद अखबारों में अपनी फोटो छपवाने के
लिए बस्तौली जाकर घड़याली आंसू बहा रहे है जनता ऐसे नेताओं की असलियत जान चुकी है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामेंद्र जनवार
ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार और प्रशासन पूरी तरह से शुगर लाॅबी
के दबाव में और प्रदेश सरकार प्रशासन और मिल मालिकों की मिलीभगत से गन्ना मिलें शुरू
करने की जो घोषणायें की जा रही है व यर्थात के धरातल पर सच होती नहीं लगती उन्हांेने
कहा कि मिल शुरू करने की घोषणायें करने के बाद भी अभी तक गन्ना किसानों को शुगर मिलों
द्वारा गन्ना आपूर्ति करने की पर्चियां जारी करना शुरू नहीं किया गया है बिना गन्ना
खरीद शुरू किये मिले कैसे शुरू होगी इसका जवाब प्रदेश सरकार और प्रशासन ही दे सकता
है।
उन्हांेने कहा कि प्रशासन वैशाली अली के नेतृत्व में संगठित गन्ना किसानों
के आन्दोलन को कमजोर करने के लिए आये दिन नई घोषणायें कर रहा है। सभा के बाद वहां मौजूद
किसानों, ग्रामीणों व महिलाओं ने गन्ने हाथों में लेकर गन्ना मार्च निकाला और परसेहरी
कलां गांव के तिराहे पर गन्ना जलाकर गन्ना दहन कार्यक्रम भी सम्पन्न किया यहां पर वैशाली
अली ने कहा कि जब तक मिल प्रबंधन गन्ना किसानों को गन्ना आपूर्ति की पर्चियां जारी
नहीं करते तब तक गन्ना किसानों का आन्दोलन जारी रहेगा।
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