आजादी के 67 वर्षाें बाद भी किसान आत्महत्या करने को मजबूर : राजनाथ सिंह





लखीमपुर-खीरी। जनपद के भीरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बस्तौली गांव में आत्महत्या करने वाले गन्ना किसान सत्यपाल सिंह की विधवा लता सिंह को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मंगलवार को पार्टी की ओर से पांच लाख रुपये की सहायता राशि मृत किसान की पत्नी को प्रदान की।

इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सत्यपाल की आत्महत्या के बाद एक बार फिर साबित हो गया है कि आजादी के ६७ वर्षाे बाद भी किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर रहती तो डेढ़ महीने पहले ही मिल मालिकों के साथ बैठकर इस मसले को सुलझा लिया गया होता। श्री सिंह ने कहा कि जब तक किसान खुशहाल नहीं होगा, तब तक देश भी खुशहाली के रास्ते पर आगे नहीं बढ़ेगा। इसलिए केंद्र और राज्य सरकारों को किसानों के हितों को ध्यान में रखकर नीतियां बनानी चाहिए।

उन्होने कहा कि क्या उत्तर प्रदेश सरकार इस बात का इंतजार कर रही थी कि गन्ना किसान आत्महत्या करना शुरू करें तब वह इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई करे। उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह मिल मालिकों के दबाव में काम रही है। भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में जोर शोर से उठाएगी।

इस अवसर पर यूपी प्रभारी बीेजेपी अमित शाह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई, भाजपा के पूर्व सहकारिता मंत्री पटेल राम कुमार वर्मा, शरद बाजपेई व भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद मिश्र समेत अन्य पदाधिकारी एवं तमाम कार्यकर्ता उपस्थित रहे। 

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