लखीमपुर-खीरी। जनपद के मोहम्मदी नगर के दून पब्लिक स्कूल में रत्ना सागर प्राइवेट
लिमिटेड के बैनर तले शिक्षकों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला
में संसाधन विशेषज्ञ शुभम चक्रबर्ती नें शिक्षण कार्य को प्रभावी बनाने के लिये कहा
कि शिक्षकों को कुशल चिकित्सक की भंाति कार्य करना चाहिए। पढाने व सिखाने से पहले वच्चों
को मानसिक रूप से तैयार करना चाहिये। प्रत्येक बच्चे की पारिवारिक, सामाजिक, शैक्षिक
व मानसिक पृष्ठभूमि को दृष्टिगत रखते हुये सीखने का अवसर दिया जाना चाहिए।
प्रशिक्षक नें कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य छात्रों को जीवन की चुनौतियों
के लिये तैयार करना होता है जिससे छात्र जीवन में शिक्षा पूर्ण करने के बाद भी हर प्रकार
की परिस्थितियों का सामना कर सके। कार्यशाला समापन के अवसर पर विद्यालय के प्रवंधक
डा गुरमेजर सिंह नें कहा कि इस प्रकार की कार्यशालायें एक नियमित अंतराल पर होते रहनें
से शिक्षकों का अन्तःमुखी व बहिःर्मुखी विकास होता है।
विद्यालय की प्रधानाचार्या वीई थामस नें कहा कि परम्परागत तकनीकि से हट कर
शिक्षकों को शिक्षण शैली में परिवर्तन लाना चाहिए। कार्यशाला को विद्यालय की निदेशिका
सुरेन्द्र कौर नें भी सम्वोधित किया। कार्यशाला में रत्नासागर प्राइवेट लिमिटेड से
कुलजीत जुनेजा भी मौजूद रहे।
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