लखीमपुर-खीरी। जनपद के मोहम्मदी नगर में डेंगू का प्रकोप अभी शान्त भी नहीं
हो पाया था कि मोहल्ला शुक्लापुर में संक्रामक बुखार के कहर से दो मासूम काल के गाल
में समा गये।
मिली जानकारी के अनुसार नगर के मोहल्ला
शुक्लापुर निवासी नफीस की नौ वर्षीय पुत्री नशरा को पिछले कई दिनों से बुखार आ रहा
था जिसका इलाज स्थानीय स्तर पर करवाया जा रहा था। हालत बिगडने पर नशरा को शाहजहांपुर
के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। वहीं इसी
मोहल्ले के निवासी अली उल्ला के 6 वर्षीय पुत्र सरताज जिसको पिछले एक सप्ताह से बुखार
आ रहा था तथा उसका इलाज नगर के एक प्राइवेट क्लीनिक में चल रहा था। हालत ज्यादा बिगडने
पर डाक्टर नें उसे लखनऊ ले जाने की सलाह दी। परिजन जब सरताज को इलाज के लिए लखनऊ ले
जा रहे थे तभी रास्ते में उसकी मौत हो गयी।
दोनो मासूमों की मौत से उनके परिजनों
का रो रो कर बुरा हाल है। परिजनों के अनुसार दोनों की मौत दिमागी बुखार के चलते हुई
है। गौर तलव हो कि इससे पूर्व भी नगर में संक्रामक बुखार की चपेट में आकर कई लोग काल
के गाल में समा चुके है। प्रशासन मच्छरो पर नियंत्रण के तमाम दावे भी करता रहा पर अभी
तक न तो मच्छरों पर नियंत्रण पाया जा सका है और न ही संक्रामक बुखार का प्रकोप ही कम
हुआ है।
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