लखीमपुर-खीरी। शासन द्वारा राशन कार्डों के नवीनीकरण के लिए कार्डधारकों से
डाटा एकत्र करनें की प्रक्रिया जनपद की मोहम्मदी तहसील क्षेत्र मे बेहद धीमी गति से
चलाई जा रही हैं।
नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में राशन कार्ड के लिए भरे जानें वाले प्रारूप को
भरवानें की जिम्मेदारी कोटेदारों को दी गयी थी। नगर में नगरपालिका व देहात में ग्रामप्रधान
व पंचायत मित्र को उनका सहयोग करना था। परंतु नगर व ग्रामीण दोनों क्षेत्रो में प्रारूप
भरवानें की प्रक्रिया वेहद धीमी गति से चल रही है। कोटेदारों द्वारा कार्डधारकों को
कोई सूचना इस बारे में नहीं दी जा रही है और न ही कैम्प आदि लगाकर प्रारूप भरवाये जा
रहे है।
राशन कार्डाें के प्रारूप के साथ वोटर पहचान पत्र व बैंक पासवुक की फोटो कापी
संलग्न करनी है। तमाम लोगों के पास बैक पासवुक ही नहीं है तथा इस बात का प्रचार प्रसार
भी शासन द्वारा नहीं करवाया गया। कार्डधारक जब प्रारूप भरनें जाता है तब उसे पता चलता
है कि बैक पासवुक आवश्यक है फिर वह बैंक में खाता खुलवाने को दौडनें लगता है।
नगर क्षेत्र में यह प्रक्रिया सवससे धीमी गति से चल रही है। पहले हाथ पर हाथ
धरे बैठे रहनें के बाद कोटेदारों नें एक नया फरमान जारी किया है कि विना फार्म भरे
इस माह राशन, तेल आदि कुछ नहीं मिलेगा। फिलहाल कोटेदारों की मनमानी व सम्बन्धित विभाग
की अनदेखी के चलते राशन कार्डों के डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया कब तक पूरी होगी यह एक
बडा सवाल है।
Post a Comment