लखीमपुर-खीरी।
अपनी मांगों को लेकर जनपद के ईसानगर क्षेत्र के अंतर्गत खमरिया स्थित ऐरा चीनी मिल के कर्मचारियों और
श्रमिकों ने
सोमवार को मिल में हड़ताल कर दी। कर्मचारियों ने
ऐलान किया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो पेराई सत्र में मिल का चक्का जाम कर दिया जाएगा।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के
तहत हुई इस हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने
27 सूत्रीय ज्ञापन मिल अधिकरियों को
सौंपा। इस पूरे आंदोलन की खास बात यह रही कि श्रमिकों के
दम पर राजनैतिक रोटियां
सेंकने वाले श्रमिक नेता इस परिदृश्य से
नदारद रहे। सिर्फ राज बहादुर सिंह नाहर ने मौके पर पहंुच कर श्रमिकों को
सहयोग का भरोसा दिया। श्रमिक नेताओं के गायब हो जाने की वजह से कर्मचारियों में
उनके प्रति भारी रोष व्याप्त है।
उत्तर प्रदेश चीनी मिल संघर्ष समिति के आह्वान पर गोविंद शुगर मिल ऐरा के कर्मचारियों ने
वेतन विसंगतियों समेत
अन्य 26 मांगों को लेकर सोमवार को ऐरा चीनी मिल गेट पर टूलडाउन हड़ताल करके जबरदस्त प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन कारियों
ने धरना स्थल से ऐलान किया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो श्रमिक आगामी पेराई सत्र में चीनी मिल में पेराई नहीं होने देंगे। यहां बता दें कि चीनी मिलों में अभी तक तीसरा वेजबोर्ड लागू
है। जबकि अन्य सेवाओं में कर्मचारियों को
छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के
आधार पर वेतन मिल रहा है। यही नहीं केंद्र सरकार ने बीते दिनों सातवें वेतन आयोग का भी गठन कर दिया है। परंतु निजी चीनी मिल मालिक कर्मचारियों को
अभी भी करीब 25 साल पुराना वेतन दे रहे हैं। धरना स्थल पर पहंुचे मजदूर नेता राज बहादुर सिंह नाहर ने कर्मचारियों को
सम्बोधित करते
हुए कहा कि उनकी लेबर यूनियन श्रमिकों के
हितों के लिए हर वक्त उनके साथ है। उन्होंने कहा
इस लड़ाई को तब तक बंद नहीं होने दिया जाएगा। जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती हैं।
धरना स्थल पर प्रमुख रूप से रविंद्र जैन अनिल राय राधेश्याम भार्गव
फूल चंद्र गौतम चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव सोपान
वर्मा प्रदीप श्रीवास्तव प्रमोद
सिंह कमल शर्मा ब्रजमोहन
कटियार राजेंद्र सिंह
भदौरिया दीपक शुक्ला मदन कुमार सिंह राजकुमार साहनी
अजय कुमार शर्मा जगदीश यादव व राजेश मौर्या समेत भारी संख्या में कर्मचारी मौजूद
रहे।
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