संइया भये कोतवाल अब डर काहे का..............





लखीमपुर-खीरी। समाजवादी सरकार द्वारा अवैध खनन के मामले मे दुर्गा शक्ति नागपाल सरीखी ईमानदार महिला अधिकारी से उनकी भावनाओ को आहत करते हुए माफी मंगवाकर भले ही उन्हे बहाल कर दिया गया हो लेकिन प्रदेश मे हो रहे अवैध खनन का मुद्दा अब भी संजीदा है और भ्रष्टाचार मे लिप्त प्रशासनिक अधिकारियों व समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं की पोल खोल रहा है। कोर्ट के आदेशों को ताख पर रखकर जनपद खीरी मे अवैध खनन का कारोबार सपा के कुछ नेताओं व प्रशासनिक अधिकारियो की मिलीभगत से धडल्ले से किया जा रहा है।

 लखीमपुर नगर की कोतवाली सदर क्षेत्र की चैकी महेवागंज के अंतर्गत स्थित उल्ल नदी से खनन माफिया जेसीबी मशीन लगाकर अपनी अपनी ट्रैक्टर ट्रालियो मे बालू व मिट्टी भरकर चैकी के सामने से ही निर्बाध रुप से निकल रहे हैं और जनपदीय पुलिस इन माफियाओ से मिलने वाली मोटी रकम की पट्टी आंखों पर बांधे हाथ पर हाथ धरे बैठी है। इस कारोबार से जहां एक ओर प्रशासनिक अधिकारी तथा क्षेत्रीय पुलिस जान बूझकर अन्जान बने हुए है वहीं दूसरी ओर इस धंधे के चलते सपा के चन्द जनपदीय नेताओ की भी पौ बारह है।

 सपाई नेता इन अवैध खनन कारोबारियों से एक बंधी हुयी मोटी रकम प्राप्त करके इस अवैध कारोबार को तो बढ़ा ही रहे हैं साथ ही साथ प्रकृति को भी नुकसान पहंुचा रहे है। नदी से निकलने वाली बालू की रकम प्रति ट्राली के हिसाब से जनपदीय सपा के कुछ नेताओ तक पहंुचायी जा रही है। जनपद की तहसील मोहम्मदी के मितौली थाने के अंतर्गत कस्बे से चन्द दूरी पर चल रही दो-दो जेसीबी मशीनें इस बात की खुलेआम गवाही दे रही है। वैसे तो कोर्ट के आदेशों को सर्वोपरि माना जाता है किन्तु चन्द आमदनी के चलते सरकारी अमले से जुड़े लोग भी न्यायालय के आदेशों की अवहेलना जैसी गुस्ताखी करने में लगातार मशगूल है।

कस्बा मितौली से चन्द दूरी पर स्थित गाॅव सुआताली तथा रतहरी गाॅव में करीब एक हफते से दो-दो जेसीबी मशीने रात दिन लगातार अवैध रूप से खुदाई का कार्य कर रही है। मशीन मालिको द्वारा खेत मालिको से खुदाई का पैसा तथा बालू व मिट्टी खरीदने वालों से भी पैसा लेकर दोहरी कमाई की जा रही है। जब खुदाई कर रही मशीन के पास मौके पर जाकर इसके बाबत जानकारी चाही गई तो जेसीबी मशीन पर कार्यरत डाईवर के द्वारा मालिक की उॅची पहुॅच का हवाला देते हुए यह बताया गया कि इसका पैसा नीचे से ऊपर तक पहंुचाया जा रहा है। जनपद खीरी मे ही सिंगाही थाना क्षेत्र के अंतर्गत उच्च न्यायालय एवं सरकार के सख्त आदेशो के उपरान्त भी बालू एवं मिटटी खनन का कार्य बेखौफ व बेरोक टोक जारी है।

 स्थानीय प्रशासन को सूचनाए दिये जाने के उपरान्त भी उनके कानो पर जूं तक नही रेंगती। गरीब डनलप वालो पर प्रशासन शिकंजा कसता है जबकि रोज सैकडों ट्रैक्टर ट्राली से बालू एवं मिटटी बेखौफ होकर अवैध खनन करके लाई जा रही है। जनपद के सिंगाही क्षेत्र मे शाम होते ही जोरहा, नौरंगाबाद, सिन्हौना, मांझा, तट पर जे.सी.बी. मशीन व कई ट्रैक्टर मिटटी खनन में लग जाते है। पुलिस एवं प्रशासन खनन माफियाओं के आगे पूरी तरह बौना साबित हो रहा है। नगर सहित अन्य ग्रामसभा क्षेत्रो मेे ट्रैक्टर ट्राली एवं जे.सी.बी. मशीने रात दिन बेखौफ होकर उच्च न्यायालय एवं सरकार के आदेशो को धता बताते हुए अवैध खनन कर रहे है। प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से प्रशासन की सहमति भी इस अवैध खनन मे शामिल जान पड़ती है। जब बालू एवं मिटटी के अवैध खनन की अधिक शिकायते होने लगती है तो पुलिस एवं प्रशासन बालू बेचकर अपने परिवारो को दो जून की रोटी जुटाने वाले डनलप वालो के खिलाफ ही शिकंजा कसने लगता है जबकि बेरोक टोक चल रहे बालू व मिट्टी भरे ट्रैक्टर ट्राली यह साबित करते है कि खनन माफियाओं को प्रशासन व सपा नेताओ का संरक्षण प्राप्त है।

 बडे खनन माफियाओं का पोषण और डनलप से बालू लाकर अपने बच्चो को दो समय का भोजन जुटाने वाले गरीबो का शोषण कर प्रशासन क्या साबित करना चाहता है यह समझ से परे है। प्रशासन की दो मुंही नीति से एक ओर जहां गरीब भुखमरी की कगार पर पहुच रहे हैं, वही सब साधन सम्पन्न खनन माफिया सरकार को लाखों रुपये के राजस्व को चूना लगा कर मालामाल हो रहे है। इस बाबत जब उपजिलाधिकारी मोहम्मदी सुल्तान अशरफ सिद्दीकी से उनके मोबाइल पर बात की गई तो उन्होने कार्यस्थल की स्थिति का पता कर कार्यवाही करने की बात कही है किन्तु स्थानीय पुलिस ने खबर लिखे जाने तक मौन साध रखा था।

अगर समय रहते जनपद मे हो रहे इस अवैध खनन के कारोबार को रोका न गया तो कभी भी होने वाली किसी प्राकृतिक आपदा से इंकार नहीं किया जा सकता। सपा सरकार मे जनपद मे चल रहे अवैध खनन के कारोबार को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘‘संइया भये कोतवाल अब डर काहे का .........


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