आखिर पुलिस के संरक्षण में कब तक बनेगी जहरीली शराब

लखीमपुर खीरी। जनपद के थाना मोहम्मदी क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बौधी कंला में कच्ची जहरीली शराब पीने से चचेरे मामा भान्जे की मौत के बाद बौधीकलां व नवेली में भले ही कोहराम सा मचा हो। परन्तु ये साफ हो गया कि इस काले धन्धे को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। दो मौतो के बाद भी पुलिस के हाथ उन गिरहबानों तक नही पहुच सके है जो जहरीली शराब लोगों को परोस रहे है। क्षेत्र में जहरीली शराब से इससे पूर्व भी तमाम मौते हो चुकी है। परन्तु पुलिस के कानो पर जंू रेगने के बजाए क्षेत्र के हर दूसरे गांव में चल रहे कच्ची दारू निकालने का अवैध धन्धा पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने के कारण बेखौफ जारी है। क्षेत्र के ग्राम बौधीकंला में कुछ लोग लम्बे समय से अवैध रूप से कच्ची शराब निकालने एवं बेचने का धन्धा करते चले आ रहे है। ऐसा नही है कि इन लोगोें के काले धन्धे की जानकारी पुलिस को नही है लेकिन महीना बधा होने के कारण हल्का पुलिस गांव में पहुचते ही अपनी आंखों पर गांधी छाप नोटों की पट्टी बांध लेती है और ये लोग बेखौफ होकर मौत का सामान बेचते रहते है। जानकारो व बौधीकलंा वासियों का कहना है कि ये लोग शराब में नशा बढाने के लिये धतूरे का फल, भांग के गीले पौधे, नशीली टेबलेट एवं यूरिया खंाद सहित रासायनिक पदार्थो का प्रयोग करते है। अभी तक क्षेत्र का ग्राम बौधनिया ही कच्ची शराब के लिये सबसे कुख्यात एवं सबसे बड़ा केन्द्र था, जहंा से दूर दराज दूसरे थाना क्षेत्रों तक कच्ची शराब की आपूर्ति होती थी परन्तु कुछ वर्षो से ग्राम भोगियापुर, अलीनगर, ढकिया, हरिहरपुर, दिलावरपुर, मोहम्मदी सरांय, ईटारोरा, नौगवा, भटठीचक, मियंापुर, जरिया, पलिया, रधौला, रमपुरा, अटसार, भंगेली, अकरबाबाद, बेला, तुरसिया, मोहम्मदपुर, गुलरिया, परवस्तनगर सहित ग्राम खिरियाघासी, मगरेना, मजीदपुर मडइया, आदि गांवो में बड़े पैमाने पर कच्ची शराब का अवैध कारोबार बेखौफ जारी है। अभी कल ही इस जहरीली शराब को पीने से ग्राम नवेली थाना पंसगवा निवासी अशोक कुमार (42) पुत्र रामभरोसे उसका चचेरा मामा बौधीकलंा निवासी विजय वर्मा की मौत हो गई थी तथा उनका रिश्तेदार थाना पंसगवा अन्तर्गत नगरा मछेछा निवासी सिद्धार्थ पुत्र नन्द लाल गम्भीर रुप से बीमार हो गया था। कच्ची शराब का धन्धा एवं शराब पीने से होने वाली मौतों की कोई ये नई घटना नही है। इससे पूर्व भी ग्राम कंधरापुर में जहरीली शराब पीने से चार मौते हो चुकी है। इसके अलावा ग्राम राधौला, नौगंवा, बंजरिया, उसके निकटवर्ती गांवो में भी शराब पीने से मौते हो चुकी है। खिरियाघासी में तो इस धन्धे से जुड़े लोग अपने घरो में ही गैस चुल्हे का प्रयोग कर दारू निकालते है और बेखौफ होकर बेचते है। कई बार इस गांव में लाठिया भी चल चुकी है। पुलिस जानती है परन्तु महीना राशि के चलते इस गांव में शराब निकालने वाले और दूसरे गांवो से आकर पीने वाले लोगो के आंतक से पूरा गांव त्रस्त है। शिकायतो के बाद भी पुलिस के कानो पर जूं नही रेगंती। पुलिस की कार्यशैली से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जैसे कल हुयी दो मौतों की घटना को पुलिस दफन करने की तैयारी में है। इस विषय में जब हल्का दरोगा के शर्मा से जानकारी मांगी गई तो उन्होने टाल मटोल करते हुए कहा कि शराब तो हर गांव में बन रही और बिक रही है। उनसे जब यह पूछा गया कि इन दो मौतो का जिम्मेदार कौन है, मुकदमा किसके नाम पर दर्ज होगा तो इस पर श्री शर्मा ने कहा कि मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाए उसके बाद उनके परिवार जन जैसी तहरीर देगे उसी आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जायेगी।

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