लखीमपुर-खीरी। जनपद
के ब्लाक निघासन
क्षेत्र के
अंतर्गत मुर्गहा
के ग्राम प्रधान
और पंचायत सेक्रेटरी
पैसो के
लेन देन
को लेकर आमने
सामने आ
गए है। मामला
विभागीय होने
के कारण बीडीओ
तेजवंत कुमार
ने आपसी विवाद
निपटाने का
बीड़ा उठाया
है।
ग्राम
पंचायत मुर्गहा
के प्रधान सुरेश
कुमार और
पंचायत सेक्रेटरी
अनुज अवस्थी
हमेशा से
ही सुर्खियों में
रहे है।
हाल ही
में ग्राम
पंचायत मुर्गहा
में करीब
पांच लाख
रूपये की
लागत से
ग्राम निधि
से नाली खडंजा
आदि के
विकास कार्र्याें
को कराया गया
था। उस
दौरान कथित
तौर पर
आरोप है
कि ग्राम प्रधान
सुरेश कुमार
ने करीब ७५
हजार रूपए
अपने खर्च
में ले
लिया था
जिसको लेकर
पंचायत सिक्रेटरी
अनुज अवस्थी
और ग्राम प्रधान
सुरेश से
करीब पंद्रह
दिनों से
लेन देन
को लेकर मनमुटाव
चला आ
रहा है।
बताते
है कि एक
सप्ताह कोलकत्ता
की सैर करके
लौटे पंचायत
सेके्रटरी ग्राम
प्रधान पर
नाराज हो
गए और पैसे
की मांग को
लेकर प्रधान
से भिड़ गए।
इस बात को
लेकर दोनों
में काफी
नोंकझोंक हो
गई। मामले
ने जब तूल
पकड़ा तो
विभाग संग
क्षेत्रीय लोगों
को भी लेन
देन की
जानकारी हो
गई। यह
मामला बीडीओ
तेजवंत कुमार
के दरबार में
पहुंचा। उन्होने
ग्राम प्रधान
और पंचायत सेक्रेटरी
को बुलाकर मामला
सार्वजनिक न
कर आपस मेें
निपटाने की
नसीहत दी।
दोनों लोग
बीडीओ से
ही फैसला
करने की
बात कहने
लगे। बीडीओ
ने बकरीद के
दिन फैसला
रखा है।
इस
सम्बन्ध मे
ग्राम प्रधान
मुर्गहा सुरेश
कुमार का
कहना है
कि ग्राम सभा
में मजदूरों
ने काम किया
था। उनका
भुगतान बकाया
था। पंचायत
सिके्रटरी ने
७५ हजार रूपये
की चेक काटकर
दी थी उसमें
नाम नहीं
भरा था।
इसलिए चेक
को भुनवाकर पैसा
मजदूरों को
दे दिया। कई
बार पंचायत
सिके्रटरी से
पैसा देने
की बात कही
लेकिन उन्होने
मजदूरों को
पैसा नहीं
दिया। मजदूर
परेशान थे।
इसलिए ऐसा
कदम उठाना
पड़ा।
उधर
पंचायत सिक्रेटरी
अनुज अवस्थी
का कहना है
कि यह
मामला हमारे
और प्रधान के
बीच का
है। कैसा
लेनदेन है
यह किसी को
बताने की
जरूरत नहीं
है। बीडीओ
साहब मामले
को निपटा देंगे।
मजदूरों को
पैसा बकाया
था लेकिन वह
चेक मजदूरों
को पैसा देने
के लिए नहीं
था।
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