लखीमपुर-खीरी। रोशनी के महापर्व दीपावली को लेकर चंद दिन ही शेष रह गए
हैं। रंग-बिरंगे इस पर्व को रंगीन बनाने के लिए चाइनीज झालरें बाजार में पहुंच गई
हैं। स्वदेशी माल टिकाऊ होने के चलते महंगा है, लेकिन चाइनीज माल उनकी तुलना में
सस्ता होने की वजह से खूब बिक रहा है।
इस दीवाली पर हिंदुस्तानी नहीं, चाइना की गणेश-लक्ष्मी पूजाघर की शोभा
बढ़ाएंगी। कारण साफ है। जो चाइनीज आइटम २५ रुपये का मिलता है, वही स्वदेशी सौ
रुपये का है। फिर उसमें वह फिनिशिंग और आकर्षण भी नहीं। रही बात गारंटी की, तो चंद
लोग ही टिकाऊ चीज लेना चाहते हैं। इलेक्ट्रानिक्स से जुड़े व्यापारी भी इस बार नए
प्रोडेक्ट दुकानों पर लाए है। चाइनीज कॉपर तार में यूज एंड थ्रो झालर की कीमत ३०
रुपये है। इसमें साउंड झालर ७० से ८० रुपये, एलईडी झालर ९० से २०० रुपये के बीच की
है। बड़े जाल की झालर १२५ रुपये, प्रतिष्ठानों और बड़े हॉल को सजाने के लिए बीस
मीटर एलईडी झालर की कीमत १२०० से १३५० रुपये के बीच रखी गई है।
इस दीपावली ११ रंग की रोशनी से दीवार पर और सड़कों पर तरह-तरह की डिजाइन
बनाने वाली लेजर कलर लाइट बड़े साइज में ८०० रुपये से ११०० के बीच की है। स्ट्रिप
लाइट १६० रुपये और विशेष वर्ग के लिए रिमोट चलित झूमर ३००० रुपये की शुरूआत का आया
है। कलर लेजर बीम ७५ रंगों में ६५० रुपये का है।
गणेश जी की प्रतिमा लाइटों में ५० रुपये से २००० रुपये तक की है।
इलेक्ट्रानिक्स सामान के विक्रेता टिंकू बत्रा ने बताया कि मार्केट में इस बार नई
तरह की लाइटों को उतारा गया है। कारोबारियों ने कई दिन पहले से ही इसकी तैयारियां
शुरू कर दीं थीं। इस साल दस प्रतिशत से अधिक रेट बढ़े हैं। चाइनीज झालरों की
बिक्री होने की अधिक संभावना है।
إرسال تعليق